भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मंसूर अली
खान पटौदी का 22 सितम्बर, 2011 को निधन हो गया है। उन्हें फेफड़ों
की बीमारी थी। वो पिछले तीन हफ्ते से नई दिल्ली के सर गंगाराम
अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें प्यार से टाइगर पटौदी और नवाब पटौदी
भी कहा जाता था। बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान के पिता और पूर्व
अभिनेत्री शर्मिला टैगोर के पति पटौदी
के साथ ही भारतीय क्रिकेट का एक युग खत्म हो गया है।
पटौदी का जन्म 1941 में भोपाल में हुआ था। उन्होंने देहरादून के
वेल्हम बॉयज स्कूल में पढ़ाई की थी। एक हादसे में उनकी दाहिनी आंखी
की रोशनी चली गई थी। अपनी एक आंख चली जाने के बावजूद वे टेस्ट
क्रिकेट खेल पाए। उन्होंने भारतीय क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजी के
महत्व को उभारा और एक साथ चार-चार स्पिनरों को मैदान में उतारकर
क्रिकेट में एक अलग परंपरा को शुरू किया।
फेफड़ों में संक्रमण से पीड़ित पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान मंसूर
अली खान पटौदी की हालत काफी बिगड़ गई थी। उन्हें सांस लेने में
दिक्कत हो रही है। 16 सितंबर को हालत गंभीर होने के कारण उन्हें
अस्पताल के आईसीयू में शिफ्ट किया गया था।
पटौदी 21 साल की उम्र में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बने थे।
वह भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे युवा कप्तान थे। उनके निधन के साथ
ही क्रिकेट के एक युग का अंत हो गया है। भारत के लिए 46 टेस्ट खेल
चुके पटौदी सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे। पटौदी ने 34.91 की
औसत से 2793 रन बनाए। उनका सर्वाधिक स्कोर 203 रन (नाबाद) का था।
उन्होंने 40 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की थी। उन्हीं
की कप्तानी में भारत ने टेस्ट मैच में विदेश में पहली सीरीज (न्यूजीलैंड
के खिलाफ) जीती थी।
पटौदी की शादी 1969 में अभिनेत्री शर्मिला टैगोर से हुई थी।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह 1993 से 1996 तक आईसीसी मैच
रैफरी भी रहे थे जिसमें उन्होंने दो टेस्ट और 10 वनडे में यह भूमिका
निभाई थी। वह 2005 में तब एक विवाद में भी फंस गए थे जब उन्हें
लुप्त प्रजाति काले हिरण के अवैध शिकार के लिए गिरफ्तार किया गया
था। वर्ष 2008 में पटौदी इंडियन प्रीमियर लीग [आईपीएल] की संचालन
परिषद में भी नियुक्त किए गए थे और दो साल तक इस पद पर बने रहने के
बाद उन्होंने बीसीसीआई के इस पद की पेशकश को ठुकरा दिया था।
उन्होंने इस साल के शुरू में बकाया राशि का भुगतान नहीं किए जाने
के लिए बीसीसीआई पर मुकदमा भी दायर किया था।
|