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साक्षात्कार में
सफलता हेतु पावर टिप्स |
- इण्टरव्यू लेने वालों को विशेष प्रकार के इंसान न
समझें। वे भी आपकी तरह भले इंसान हैं। अतः किसी प्रकार का खौफनाक
दृश्य अपने मन में न भरें।
- पराजय का मूल है आत्मविश्वास की कमी, जो हमारे मन में भय अथवा संशय
उत्पन्न करती है। अतः मन में यह विश्वास जगाएं कि हम जीत की राह पर
चल पड़े हैं और हमारी जीत सुनिश्चित है।
- अगर अकेले हैं, तो क्या हुआ ? संसार में अब तक महान् कार्य किसी
अकेले शख्स ने ही किए हैं।
- निगेटिव विचारों का परित्याग कर सदैव पॉजिटिव विचारों को मन में
पनपने दें। तभी अप आत्मविश्वासी बनेंगे और प्रतियोगिता के अन्तिम
चरण में सफल होंगे।
- सदैव आत्मसम्मान की चाहत रखें, क्योंकि इसी से बढ़ता है आत्मविश्वास।
अतः आप अपनी आत्मशक्ति को पहचानें और उसका सम्मान करें।
- आपका सबसे बड़ा मित्र आपका मन है। उसीकी आवाज को सुनें, उस पर पूरा
विश्वास करके इण्टरव्यू की तैयारी में जुट जाएं, इधर.उधर न भटकें।
इसी में आपको सफलता मिलेगी।
- आत्मविश्वासी समय पर पके फल तोड़ता है। उसका रस ग्रहण करता है और
फिर बीज से पुनः फल प्राप्त करता है। अतः आप भी जल्दबाजी अथवा बिना
सोचे.समझे किसी प्रश्न का उत्तर न दें।
- याद रखें, आपके व्यक्तित्व में अद्भुत निखार और आकर्षण तभी आएगा,
जब आप आत्मसम्मान से अत्मविश्वासी हैं और फिर आत्मनिर्भर हैं।
- इंटरव्यू स्थल पर पहुंचते ही पूछताछ काउंटर पर जा कर सभी
औपचारिकताएं पूरी कर लें। इसके बाद अपनी ्रकम संख्या लेकर प्रतीक्षा
हेतु निर्दिष्ट स्थान पर बैठ जाएं।
- प्रतीक्षालय में साथियों से
बातचीत के ्रकम में अनावश्यक बहस में न उलझें, यदि आप का ्रकम आने
में समय है तो साथ ले गई पत्रिका को पढ़ कर समय व्यतीत कर मन को
स्थिर रखें।
- अपनी बारी आने पर कक्ष में प्रवेश करने से पूर्व हल्की दस्तक दे कर
प्रवेश करें। बोर्ड का अभिवादन करने के बाद उनकी अनुमति से ही कुरसी
पर बैठें। अनुमति मिलने पर धन्यवाद कहना न भूलें। बोर्ड द्वारा पूछे
गए प्रश्नों को सावधानीपूर्वक सुनें। प्रश्न खत्म होने से पूर्व
उत्तर देने की जल्दबाजी न करें।
- बोर्ड के सामने धीरे-धीरे संयमित हो कर जवाब दें। अपनी आवाज सुनने
लायक ही रखें। बोर्ड के सदस्यों को ‘सर’ या ‘मैडम’ कह कर ही
सम्बोधित करें। इंटरव्यू समाप्त होने पर जब तक आज्ञा न मिलें, सीट
छोड़ने की कोशिश न करें। आज्ञा मिलने पर बोर्ड को धन्यवाद दें एवं
नमस्कार कर शालीनता से बाहर आ जाएं।
- इंटरव्यू या परीक्षा में असफलता मिलने पर व्यक्ति को निराश नहीं
होना चाहिए। सफलता की सीढ़ियां चढ़ने हेतु यह आवश्यक है कि व्यक्ति
अपनी पिछली तैयारी का फिर से अवलोकन करें और अपनी गलतियों को खोज
कर उन्हें दूर करें। तभी वह सफल हो सकता है.
- अधिकांश विद्यार्थी इंटरव्यू में एक बार असफल होने पर अत्यधिक
निराश हो जाते हैं, वे आगे किसी भी प्रकार की तैयारी के बारे में
सोचने से भी हिचकते हैं, पर जो विद्याथी इन असफलताओं से बिना घबराए
हिम्मत का दोबारा तैयारी में जुटते हैं, वे जरूर सफलता पाते हैं।
- सफलता प्राप्त करने के लिए यह भी आवश्यक है कि व्यक्ति अपनी कमियों
को खोजे और उन्हें दूर करे। आज के इस प्रतियोगिता के युग में किसी
भी नौकरी हेतु इंटरव्यू का लौह द्वार हर विद्यार्थी को पार करना
पड़ता है। इंटरव्यू में व्यक्ति के ज्ञान के साथ.साथ उसके व्यवहार,
व्यक्तित्व, चालढाल, पहनावे आदि की भी परीक्षा होती है। ये बातें
व्यक्ति की सफलता असफलता का बहुत बड़ा कारण होती हैं।
साक्षात्कार में असफल क्यों ?
साक्षात्कार में बातचीत करने के विशेष नियम
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प्राईवेट संस्थानों के साक्षात्कार में पूछा जाता है ?
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