शरीर को स्वस्थ रखे बिना व्यक्ति अपने लक्ष्य
तक नहीं पहुँच पाता। रोगों के उपचार की अपेक्षा रोगों से बचना अधिक
श्रेयस्कर है। यदि हम प्रयत्न करें और स्वास्थ्य सम्बन्धी कुछ
आवश्यक नियमों का पालन करें तो अनेक रोगों से बचकर दीर्धायु के साथ
ही जीवनपर्यन्त स्वस्थ रह सकते हैं-
- सूर्योदय से पहले उठें। उठते ही अपने भगवान को प्रणाम करें
और अच्छी नींद के लिए भगवान का धन्यवाद अदा करें।
- सुबह की शुद्ध वायु का सेवन करें।
- मौसम के अनुरूप वस्त्र धारण करें व स्वच्छता का विशेष ध्यान
रखें।
- यथोचित मात्रा में पौष्टिक भोजन ग्रहण करें।
- भोजन के डेढ़-दो घंटे बाद पानी पीना बलवर्द्धक, मध्य में थोड़ा
पानी पीना अमृत के समान और तुरंत बाद में पानी पीना विष समान है।
- शरीर के सभी अंगों की सफाई का विशेष ख्याल रखें। प्रातः व
रात्रि में खाने के बाद दांत साफ करें। नाखून न बढ़ने दें। बाल
साफ रखें।
- प्रतिदिन सुबह तकरीबन 20 मिनट तक व्यायाम करें। इससे
चुस्ती-फुर्ती और शक्ति बढ़ती है।
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग तथा ध्यान करें, इससे
शरीर तो स्वस्थ रहेगा ही, मानसिक शांति भी मिलेगी।
- विपत्ति में धैर्य, साहस व सत्य को न छोडे, नम्र और विनयशील
रहें।
- दूसरों की अच्छाइयों को देखने की आदत बनाएं।
- जहां तक हो सके, गुस्से से बचें, हमेशा सकारात्मक सोच अपनाएं।
- अपने आपको हमेशा तनावमुक्त रखें। सदा चित्त को प्रसन्न व मन
को हल्का रखें।
- आलस्य को पास न फटकने दे। अनावश्यक जल्दबाजी न करें।
- सुबह-शाम ईश्वर का स्मरण जरूर करें।
- पान, तंबाकू, शराब, बीड़ी, सिगरेट आदि से दूर ही रहें।
- रात्रि को 6 घंटे की नींद अवश्य ले।
अगर हम सभी इसे अपने जीवन में अपनाएं या प्रयास करें तो अवश्य
हम स्वस्थ रह सकते हैं। आप स्वस्थ रहना चाहेंगे या रोगी बनना फैसला
आपके हाथ में हैं।
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तनाव मुक्त जीवन के कुछ उपाय |